है पितृ पक्ष करना पिंडदान गोलोकवासी! है पितृ पक्ष करना पिंडदान गोलोकवासी!
आप हो तो दुनिया कि सारी खुशियां अपनी होती है, आप हो तो दुनिया कि सारी खुशियां अपनी होती है,
आम जनता को भी हो गया है इस बात का बोध। इसलिए वह नहीं करती कोई प्रतिरोध। आम जनता को भी हो गया है इस बात का बोध। इसलिए वह नहीं करती कोई प्रतिरोध।
आज मेरी कलम भी, गयी रोकर हार। देख कर अमानवीय, भीषण नरसंहार। आज मेरी कलम भी, गयी रोकर हार। देख कर अमानवीय, भीषण नरसंहार।
वे हैं- अब इन सबको स्मृति कह लो या आत्मा। वे हैं- अब इन सबको स्मृति कह लो या आत्मा।
जब-जब होते मैच मीडिया पर छा जाए रौनक रेडियो, मोबाइल या टी वी सभी बुलाते पास। जब-जब होते मैच मीडिया पर छा जाए रौनक रेडियो, मोबाइल या टी वी सभी बुलाते पास।